Old school Easter eggs.
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*संस्था की जानकारी*

हमारी संस्था विदर्भ माइनोरिटी मल्टीपरपज़ रूरल डेवल्पमेंट एजुकेशनल ट्रस्ट, बहूउद्देशिये संस्था है. इस के मूल उद्देश शिक्षा, ग्रामीण विकास, विदर्भ का चोतर्फा विकास तथा निरोगी. मजबूत और बेरोजगार मुक्त समाज बनाना है. हमारी संस्था के सदस्य तथा कर्मचारी इसे साकार बनाने में जुटे है. हमारी कुछ सफलताएँ और महत्वपूर्ण कार्ये निम्नअनुसार है.

१.  गाइडेंस मेला (करियर गाइडेंस मिशन):

संस्था का सबसे महत्वपूर्ण और सफल मिशन है ‘गाइडेंस मेला’. इस कार्यक्रम

का उद्देश सही और अपनी योग्यताओं के अनुसार उंच्च शिक्षा का चुनाव है. इसके तहेत हर वर्ष इस कार्यक्रम का आयोजन संस्था सफलता पूर्वक करती आई है, हमारे विशेष मार्गदर्शक सभी दसवी तथा बारवीं के विद्यार्थियों को उचित मार्गदर्शन करते है तथा सही करियर चुनने की बहुमूल्य सलाह देते है. इस कार्यक्रम का आयोजन गर्मी की छुट्टियों में अप्रेल या मई के महीने में किया जाता है.

२.  अल्पसंख्यक विकास :

शहर के अल्पसंख्यक समाज को उचित मार्गदर्शन द्वारा रोजगार व सव्यं

रोजगार हेतु प्रेरित तथा प्रोत्साहित किया जाता है. “मौलाना आज़ाद अल्पसंख्यक आर्थिक विकास महामंडल” की सभी योजनाओं का उचित मार्गदर्शन देकर इस वर्ग का आर्थिक तथा सामाजिक विकास किया जा रहा है. अल्पसंख्यक का गट बनाकर तकनिकी शिक्षा बिलकुल मुफ्त दी जा रही है. चार से छे हजार तक राशी भी प्रदान की जाती है. साथ ही साथ आसानी से लोन मोहैय्या करवाया जाता है. एजुकेशन लोन और स्कोलरशिप के लिए भी प्रयत्न किया जाता है.

३.  स्वर्ण जयंती ग्रामीण रोजगार योजना :

नगर परिषद की सहायता इस योजना के तहेत बी. पी. एल. महिला बचत गट

और बी. पी. एल. कार्ड धारक  विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों की मुफ्त ट्रेनिंग और मार्गदर्शन द्वारा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयत्न किया जा रहा है. इस प्रकार की ट्रेनिंग का संस्था में सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चूका है. निकट भविष्य में भी इसके अधिक आयोजन की उम्मीद है. यह ट्रेनिंग वर्ष में में २ बार आयोजित की जाती है.

४. सफाई कामगार परिवारों कि सहायता :

इस प्रोग्राम के तहेत मिटकॉन क. नागपुर की सहायता से महात्मा

फुले महामंडल की विभिन्न योजनाओं को लोगों तक पहोंचाने और साथ ही साथ उन्हें ट्रेनिंग देने का काम भी किया जाता है. इस ट्रेनिंग के तहेत सभी विदद्यार्थियों को प्रतिमाह १०००/- की राशी प्रदान कि जाती है. इसकी कालावधि ६ महीने होती है. और ट्रेनिंग कि समाप्ति पर लोन के लिए संस्था कि और से पूरा प्रयत्न किया जाता है.

  ५. संस्था के विभिन्न कार्यक्रम तथा योजनाएं :

संस्था कि “तांत्रिक शिक्षा विकास कार्यक्रम” व “भाषा विकास कार्यक्रम ” जैसी योजनाओं द्वारा होलीडे कोर्स कि अंतर्गत १२वि तक के विदद्यार्थियों को नाम मात्र फीस लेकर ट्रेनिंग दी जाती है. हर साल इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले विदद्यार्थियों कि संख्या बढती जारही है. कोर्स कि समाप्ति पर सभी विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र भी दिया जाता है.

  ६. गाइडेंस सेंटर:

संस्था का यह एक महत्वपूर्ण अंग है जिसमें इन्टरनेट कि साहेता से रोज़गार व स्वंय रोजगार के लिए साल भर मार्गदर्शन दिया जाता है. केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार कि सभी स्कीमों के बारे में लोगों को मुफ्त में मार्गदर्शन दिया जाता है.

  ७. रौशनी का मीनार :

यह संस्था द्वारा दियाजाने वाला एक सम्मान है जो हर साल सेवानिवृत्त शिक्षकों को प्रदान किया जाता है. इस का प्रारंभ सन २००५ से किया गया है. यह सम्मान उर्दू माध्यम के स्कूलों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया जाता है.

  ८. विदर्भ रत्न :

यह संस्था द्वारा दिया जाने वाला दूसरा बडा सम्मान है. कला, समाज सेवा, सांस्कृतिक कार्य में बहेतरीन प्रदर्शन के लिए दिया जाता है. इस का प्रारंभ सन २००६ से किया गया है. इस के द्वारा अब तक विदर्भ के कई जाने मने व्यक्तियों को सम्मानित किया जा चूका है.